seekhane ke lie zarooree hai maahaul

 सीखने के लिए ज़रूरी है माहौल

किसी भी कार्य को सीखने के लिए एक सौहार्दपूर्ण वातावरण बहुत जरूरी है। अनेक शिक्षाविदों और बाल मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि दंड और भय किसी भी तरह सिखाने में बच्चों की मदद नहीं करते। 

जब बच्चों को किसी भी तरह का दंड दिया जाता है तो उनके शरीर से निकलने वाले कुछ हॉर्मोन्स मस्तिष्क में डर का संकेत भेजते हैं और ऐसा बार-बार होने पर उनके मस्तिष्क के सैकड़ों न्यूरॉन्स धीरे-धीरे नष्ट होने लगते हैं, जिससे बच्चे के मस्तिष्क में स्मृति के लिए ज़िम्मेदार तंत्रिकाएं एक समय के बाद काम करना बंद कर देती हैं। 

एक समय ऐसा आता है कि बच्चे सीखने से डरने लगते हैं। फिर चाहे पढ़ाई से संबंधित कुछ नया सीखना हो या कुछ रचनात्मक सीखने की बात हो। वे कुछ भी नया सीखने से सकुचाते हैं।  

एक स्वस्थ और सकारात्मक वातावरण ही बच्चे को सिखाने में मददगार होता है। इसलिए अब कई विद्यालय बच्चों के मूल्यांकन में बच्चे ने क्या सीखा है इसे प्रमुखता से रेखांकित कर रहे हैं।.

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